प्राणायाम का जीवन में महत्व

प्राणायाम दो शब्दों के योग से बना है प्राण+आयाम. पहला शब्द 'प्राण' है दूसरा 'आयाम'. प्राण का अर्थ जो हमें शक्ति देता है या बल देता है. सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले डॉक्टर अब प्राणायाम, योग, ध्यान करके खुद भी स्वस्थ बनाने में जुट गए हैं. 

योग-प्रक्रियाओं के अन्तर्गत प्राणायाम का एक अतिविशिष्ट महत्त्व है. प्राणायाम-योग और आयुर्वेद पुरातन भारतीय संस्कृति की विश्व को अनुपम देन हैै. प्राणायाम सभी चिकित्सा पद्धतियों में सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि इसके नियमित और विधिवत अभ्यास से समस्त स्नायु कोष, नस नाडि़याँ, अस्थियाँ, मांसपेशियाँ और अंग प्रत्यंग के रोग दूर होकर वे सशक्त और सक्रिय बनते हैं.

इसके प्रयोग से प्राणशक्ति व जीवनीशक्ति बढ़ती है, सप्तधातुएं परिपुष्ट होती हैं. प्राणायाम से शारिरिक एवं मानसिक लाभ के साथ आध्यात्मिक उन्नति भी होती है.

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