IIT टॉपर ने ठुकराया माइक्रोसॉफ्ट की हाई सैलेरी नौकरी का ऑफर

आईआईटी के हर छात्र का सपना होता है की एक अच्छी कंपनी में उसका प्लेसमेंट हो जाए लेकिन खड़गपुर में तो एक उल्टा ही मामला सामने आया है. आईआईटी खड़गपुर के सभी विभाग में बीटेक में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले छात्र ने एक बहुराष्ट्रीय कंपनी की आकर्षक स्कीम को  (हाई सैलरी) अस्वीकार करते हुए अकादमिक क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने का मन बनाया है. कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के विद्यार्थी शिखर पत्रनबीस ने इस वर्ष 9.87 प्वाइंट प्राप्त किए हैं और वह सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाला छात्र है.जानकारी मिली है कि उसे ‘प्रेजीडेंट ऑफ इंडिया गोल्ड मेडल’ का सम्मान दिया जा सकता है.

रिसर्च के प्रति उसकी की रूचि का अनुमान इस आधार पर लगाया जा सकता है कि माइक्रोसॉफ्ट की हाई सैलेरी पैकेज ने भी उसका ध्यान आकृषित नहीं किया. शिखर ने आईआईटी परिसर से ही किसी बड़े सिस्टम में लगे कंप्यूटर (एंबेडेड सिस्टम) के हार्डवेयर की सुरक्षा पर पीएचडी करने का निर्णय लिया है  शिखर ने जानकारी दी कि मैं कभी बीटेक के बाद मेरा मन कॉरपोरेट कंपनी में जाने का नहीं हुआ.  मेरी रुचि शोध और अकादमिक क्षेत्र अधिक है और में इसी में अपना कैरियर बनाना चाहता हु. इस विषय में मै अन्य कोई राय नहीं रखता हु.  मेरे सभी शिक्षकों और मेरे परिवार ने इस निर्णय मे मेरा पूरा सहयोग दिया है. सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों में शिखर जैसे सो मे से एक होते है जो अकादमिक जगत का चयन कर रहे हैं. अधिकतर छात्र कॉरपोरेट जगत में सफलता पाने की इच्छा रखते है.

सर्वोच्च अंक हासिल करने की दौड़ में  शिखर के साथ केवल अनिरबान संतारा होंगे, जिन्होंने आईआईटी में पीएचडी शोधार्थी बनने की ठानी है.  संतारा इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रॉनिक कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र रहे है.  आईआईटी खड़गपुर के निदेशक पार्थ प्रतिम चक्रवर्ती ने कहा जानकारी दी की यह प्रचलन में है कि उंची रैंक वाले एक-दो छात्र पीएचडी के लिए आईआईटी में रहने का फैसला लेते है. लेकिन शीर्ष रैंकर यहां रूक जाएं, ऐसा तो काम ही देखने को मिलता है. चक्रवर्ती ने बताया कि यह संस्थान सभी स्नातकों को अनुसंधान क्षेत्र में जाने के लिए प्रोत्साहित करता है लेकिन अधिकतर इंजीनियर नौकरी को बेहतर विकल्प मानकर आगे बढ़ते है  विज्ञान शाखा के कुछ छात्र यही रहते है. आईआईटी निदेशक ने जानकारी दी कि हमने शीर्ष स्तर के सभी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों की एक सूची निर्मित  की है. यदि हमारे किसी भी छात्र का कोई शोधपत्र वहां चुना जाता है तो हम पूरी तरह आर्थिक सहयोग करते है.  इसके अलावा हमने दोहरी पीएचडी के लिए अन्य विश्वविद्यालयों के साथ सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर की प्रक्रिया भी प्रारम्भ की गयी है.

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