इबादत की खुशबू पहुँचे तुम तक

इबादत की खुशबू पहुँचे तुम तक, अपने यकीन का इम्तिहान कर दूँ; आज मैं अपने अश्क को गंगा, और इश्क को कुरान कर दूँ।

Related News