मेरा मकसद मार्केल को डराना नही थाः पुतिन

बर्लिन: रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने एक 9 साल पुराने मामले में सफाई अब दी है। दरअसल 9 साल पहले जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल से मुलाकात के दौरान पुतिन अपना पालतू कुता लेकर आए थे। इसी पर उन्होने कहा कि उनका मकसद मार्केल को डराना कतई नही था। एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार, मार्केल ने कहा था कि मैं जानती हूँ कि उन्होने ऐसा क्यों किया।

मार्केल का कहना है कि पुतिन साबित करना चाहते थे कि वो पुरुष है। उन्होने अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए ऐसा किया। रुस राजनीतिक और आर्थिक रुप से बेहद कमजोर है। घटना 2007 की है। तब रुस के सोची में पुतिन और मार्केल की मुलाकात हुई थी। इस बैठक में पुतिन अपने पालतू लैबराडोर कुते कोनी को भी साथ ले आए थे।

इससे जुड़ी जो तस्वीरें सामने आई थी उसमें मार्केल कुते की मौजूदगी से असहज दिख रही है। कहा जा रहा है कि 1995 में मार्केल पर कुते ने हमला कर दिया था, जिसके बाद से ही वो कुते से डरने लगी। इस पर पुतिन ने सफाई देते हुए कहा है कि मेरा मकसद उनको डराना नहीं था। मैं उनके लिए कुछ अच्छा करना चाहता था। जब मुझे पता चला कि उन्हें कुत्ते पसंद नहीं तब मैंने उनसे माफी मांगी थी।

पुतिन ने यह भी कहा कि पश्चिम से खराब संबंधों के बावजूद दोनों पक्ष इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद जैसी चुनौती के लिए सभी को साथ आकर मुकाबला करना होगा। दोनों देशों मे भले ही आपसी मतभेद हो पर दोनों देश आतंक के खिलाफ साथ होकर लड़ रहे है।

 

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