तिहाड़ में अवैध गतिविधियों की जांच के लिए मानव अधिकार आयोग ने दिया नोटिस

पश्चिमी दिल्ली : इन दिनों तिहाड़ जेल में सब कुछ सामन्य नही चलने की बातें सामने आ रही है. मीडिया में भी काफी समय से इस विषय पर विवाद चल रहा है. इस बात की जानकारी लेने के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दिल्ली के मुख्य गृह सचिव और तिहाड़ के महानिदेशक को नोटिस दिया है. आयोग ने तिहाड़ जेल में चल रही अवैधानिक गतिविधियों की खबरों पर दोनों आयोग से इस संबंध में दो सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. मानवाधिकार आयोग ने कहा कि मीडिया में आये दिन तिहाड़ जेल में गड़बड़ियों की खबरे आ रही है.जो प्रशासन पर एक सवाल खड़ा कर रहा है.

मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है की जेल के भीतर कैदियों के 20 गिरोह काम कर रहे है. वे जेल के बाहर और अंदर हत्या व फिरौती जैसी घटनाओ के पीछे जिम्मेदार है. मीडिया ने ये भी बताया है की तिहाड़ में बंद कैदियों को मोबाइल फोन, कूलर और अश्लील पत्रिकाएं तक उपलब्ध करवाई जा रही है. इसके अतिरिक्त कैदियों का यौन शोषण होने की भी खबरे है.

चार महीने में तिहाड़ में 17 कैदियों की मृत्यु हो गयी है जो प्रशासन के विरोध में एक गंभीर सवाल उठा रहा है.  इस समय जेल में कैदियों की संख्या में क्षमता से काफी अधिक है.  तिहाड़ जेल में कैदियों की क्षमता 6250 है.  लेकिन जेल में दुगने से अधिक 14 हजार कैदियों को रखा जा रहा है.  आयोग के अनुसार यदि मीडिया की रिपोर्ट सच है तो यह मानवाधिकार के हनन का मामला है. मानवाधिकार आयोग ने सभी मामलो पर जांच के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को अधिकृत किया है. अधिकृत अधिकारी सभी मुद्दो पर जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेगा.

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