होठों की प्यास अब तक है

सिमटा था जिस दिन तुम्हारी बाँहों में वो अहसास अब तक है मेरी रूह को तेरी रूह से जब मिला वो जज्बात अब तक है तू कहती थी हमेशा साथ रहेंगे मेरे हर लम्हा जिंदगी में बाकि मेरी आँखों में आसुओं का सैलाब अब तक है जुदा होकर भी जिससे अब तक मिलता रहा मैं ऐसे बाकि मेरे होठों की प्यास अब तक है

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