मोतियाबिंद से बचने के घरेलु नुस्खे

बुढ़ापे में मोतियाबिंद की शिकायत आम होती है। इस बिमारी में आंखों की पुतली के ऊपर एक हल्का सा जाला छा जाता है, जिसके कारण दिखाई देना कम या बंद हो जाता है। यह जाला धीरे-धीरे बढ़ता जाता है और आंखों की शक्ति लगातार कम होती चली जाती है और व्यक्ति अंधा हो जाता है। वृद्धावस्था में मोतियाबिंद बेहद खतरनाक रोग माना जाता है। इससे बचाव के लिए नियमित रूप से फलों का सेवन लाभकारी रहता है।

आखों के लिए नारियल बेहद फायदेमंद है। मोतियाबिंद होने पर नियमित कच्चे नारियल के सेवन से लाभ पहुंचता है। इसके अलावा नारियल की गिरी को चीनी में मिलाकर खाने से भी लाभ होता है। प्रतिदिन एक गिलास सेव का रस पीने से मोतियाबिंद में काफी लाभ मिलता है तथा आंखों के अन्य विकार भी दूर हो जाते हैं।

रात में बादाम की गिरी भिगोकर प्रातः पीसकर पानी मिलाकर पीने से मोतियाबिंद में राहत मिलती है। शहद, अदरक, प्याज व नीबू का रस सम मात्रा में मिलाकर छान लें। इस रस को सुबह-शाम एक-एक बूंद आंखों में डालने से मोतियाबिंद दूर हो जाता है। आंवला: प्रतिदिन शहद के साथ ताजा आंवले के सेवन से मोतियाबिंद में लाभ पहुंचता है।

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