हो सके तो मुस्कराहट बाट यार

हो सके तो मुस्कराहट बाट यार, नातो मे कुछ सरसराहट बाट यार,

नीरस सी हो चली है बहुत जिदंगी थोङी सी शरारत बाट यार , जहा भी देखो गम पसरा है आसू मे, थोङी सी नातो मे हसरत बाट यार,

नही पुछता कोई भी गम एक दुसरे का, लोगो मे थोङी सी जियारत बाट यार, सब भाग रहे है यू ही इक दूजे के पीछे, अब सुकून की कोई ईबारत बाट यार,

जीने का अंदाज जाने कहा खो गया, नफरत छोङ प्यार मोहब्बत बाट यार, जिदंगी न बीत जाये यू ही नफरत मे, बैचेनियो को कुछ तो राहत बाट यार...

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