कोई 'हस्ती' कोई 'मस्ती' कोई 'चाह' पे मरता है.. कोई 'नफरत' कोई 'मोहब्बत' कोई 'लगाव' पे मरता है.. ये "देश" है 'दिवानों' का यहां हर बन्दा अपने "हिंदुस्तान" पे मरता है....