शिवजी स्वयं निवास करते है यहाँ

हरिद्वार से ऋषिकेश में प्रवेश करते ही चुंगी चौकीसे पश्चिम दिशा में स्थित है सोमेश्वर महादेव मंदिर. वट व्रक्ष के नीचे बना ये मंदिर सोमेश्वर नगर में स्थित मुख्य मार्ग से थोड़ा ऊंचाई पर है .पुरे विश्व में कही कोई ऐसा स्थान नहीं है जहा पुरे 11 वट वृक्ष देखने को मिलते हो.

ये 11 वट वृक्ष 11 रूद्र रूपो का प्रतिरूप है .जिन्हें भगवान्. शिव ने प्रकट किया और भगवान् शिव स्वयम जीवित रूप से इन वृक्षो में निवास करते है. एक बार सोमदेव नमक ऋषि ने अपने पाँव के अंगूठे के बल पर खड़े होकर भवन शिव की कठोर तपस्या की तब शिवजी ने उन्हें अपने दर्शन दिए.

सोमदेव ऋषि के इस तरह इस जगह पर तप किये जाने के कारन इस पुरे क्षेत्र को सोमेश्वर नगर के नाम से भी जानते है. ऋषि मुनियो की तपस्थली होने के कारन कालांतर में लोगो को यहाँ की महत्ता के बारे में पता चला. और दूर दूर से लोग यहाँ पूजा अर्चना के लिए आने लगे .कहते है की शिवजी ने यहाँ देवताओ को सोमरस पिलाया था और एकादश रुद्रो को प्रकट किया था.

शिव की आराधना से पाए जीवन में उन्नति

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