मुंबई में फिर भारी बारिश शुरू,मध्य भारत में सामान्य से 32 फीसदी अधिक वर्षा

मुंबई :  मायानगरी मुंबई इन दिनों लगातार मूसलाधार बारिश के चलते वर्षा नगरी बन गयी है. सपनो का शहर कई हिस्सों में पानी में डूबता दिखाई दे रहा है. बारिश से लोकल ट्रेनों की सर्विस पर भी खासा प्रभाव दिखाई दे रहा है. सभी ट्रेनें 15-20 मिनट लेट चल रही है. मौसम विभाग ने मुंबई में हाई टाइड की चेतावनी देकर सचेत किया है. बीते सप्ताह गुरुवार-शुक्रवार को हुई बारिश से मुंबई का बुरा हाल हो गया है. मध्य भारत में भी  मानसून ने अच्छी दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मध्य भारत में अभी तक की सबसे अच्छी बारिश बताया जा रहा है. मध्य भारत में सामान्य से 32 फीसदी और दक्षिण भारत में सामान्य से 30 फीसदी अधिक वर्षा हुई है. पंजाब, हरियाणा, यूपी और बिहार में अभी कम बारिश देखी गयी है.

सामान्य से 16 फ़ीसदी बारिश अधिक हुई है.

देश में 1 से 21 जून तक सामान्य से 16 फीसदी से अधिक वर्षा हुई है. उत्तर भारत में भी मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है. महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तेलंगाना और केरल में मानसून सक्रिय दिख रहा है. पिछले 24 घंटे में कोंकण और गोवा में सामान्य से 225 फीसदी अधिक वर्षा हुई. वहीं, विदर्भ में सामान्य से 425 फीसदी अधिक वर्षा हुई है.

अगले 24 घंटे भारी बारिश के आसार  भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले  24 घंटों में इन इलाकों में भारी वर्षा के आसार लग रहे है. वहीं, अगले दो-तीन दिनों के दौरान मानसून यूपी, बिहार, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और पंजाब में वक़्त से पहले दस्तक दे दी है. सोमवार को दिल्ली में तीन-चार दिन पहले मानसून की शुरुवात हो गयी है. यहां 10.6 मिमी वर्षा हुई है. मौसम विभाग को दिल्ली में 29 जून तक मानसून के सक्रिय होने की आशा है.

दीवार ढहने से पांच मरे  नवी मुंबई से सटे रायगढ़ जिला के मोहाची वाडी में मूसलाधार बारिश के कारण घर की दीवार ढह जाने से एक परिवार के पांच लोगों की जान चली गयी. इनमें महिलाएं भी समिल्लित हैं. इसके अतिरिक्त सोमवार को मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे पर चट्टान खिसकने से ट्रैफिक जाम मंगलवार को भी कायम है. हालांकि, काफी हद तक मलबा साफ़ कर दिया गया है और आशा है कि दोपहर तक ट्रैफिक सामान्य हो जाएगा.

भारी वर्षा से असम में बाढ़ भारी वर्षा के कारण असम में बाढ़ आ गई है. असम में बाढ़ से प्रभावित होने वालों की संख्या अब तक 27 हजार हो गई है. ये लोग 72 गांवों के हैं. बाढ़ का सबसे ज्यादा प्रभाव लखीमपुर जिले में दिखाई दिया. राज्य में 1,600 हेक्टेयर में लगी फसल पानी में डूब गई है. जोरहाट में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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