हरियाणा के सीएम ने बताई एसपी की गलती, मंत्री को मिली क्लीन चिट

चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थय मंत्री अनिल विज और एसपी संगीता कालिया के बीच भड़के विवाद के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि गलती एसपी की है, न कि मंत्री की। एसपी को नेता जी की बात चुपचाप मान लेनी चाहिए। शराबबंदी को लेकर छिड़ी इस जंग में पहले ही महिला पुलिस अधिकारी का तबादला किया जा चुका है। सोमवार को इस मामले में विधानसभा में भी हो-हल्ला मच गया। इस पर सीएम साहब ने भी मंत्री जी को क्लीन चिट दे दी। उनका कहना था कि विज शिकायत सुनने वाली कमेटी को लीड कर रहे थे। सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं में इस तरह की व्यवस्था होती है। एसपी संगीता को चेयर के आदेश का सम्मान करना चाहिए था। जब वह नहीं गई, तो मंत्री मीटिंग स्थगित करके आ गए। यह उनकी शालीनता थी।

कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी इस पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि एसपी संगीता कालिया ने शिकायतकर्ता को धमकाया था। विधानसभा में शून्यकाल में यह मुद्दा कांग्रेस की ओर से पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने उठाया था। इस दौरान भुक्कल की विज और एससीबीसी राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी से भी बकझक हो गई। मामला हद से अधिक तब बढ़ गया जब गीता भुक्कल के सवाल उठाने पर विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने गरमाते हुए पूछा कि कांग्रेस किस आधार पर इस मुद्दे को तुल दे रहा है।

विवाद इतना बढ़ गया कि सब एक दूसरे की बाल की खाल निकालने लगे। चौटाला ने कहा कि कुलदीप शर्मा ने स्पीकर रहते हुए दलित वर्ग के मौजूदा ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कृष्ण पंवार को जातिसूचक शब्द बोलकर सदन में धमकाया था। इससे जवाब में कुलदीप शर्मा ने चौटाला पर सदन में असत्य बोलने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी कहा कि इन पर भ्रष्टाचार का का केस चल रहा है। आधा परिवार जेल के अंदर बैठा है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि सदन का रिकॉर्ड निकलवाया जाए। अन्यथा विपक्ष के नेता से माफी मंगवाकर इन्हें सदन से बाहर निकाला जाए। इसी दौरान कृष्ण लाल पंवार ने अभय चौटाला की बात को सही ठहराया।

बता दें कि विपक्ष के हमले के बाद खट्टर सरकार ने करीब एक पखवाड़े के बाद हरियाणा में विधान सभा के शीतकालीन सत्र का आरंभ किया है जो कि 30 नवंबर से शुरु हुआ है।

Related News