जांच में दोषी पाए गए पचौरी

नई दिल्ली : यौन उत्पीड़न मामले में मशहूर पर्यावरणविद आरके पचौरी को द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टिट्यूट (टेरी) की आंतरिक जांच में दोषी पाया गया है। इस मामले से जुड़े टेरी के सूत्रों ने बताया कि जांच में 74 साल के पचौरी को कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न के आरोपों में दोषी पाया गया है। जांच से यह पता चला है कि पचौरी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए संस्थान की यौन उत्पीड़न पर बनी नीति का उल्लंघन किया, इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पचौरी की अधीनस्त 29 वर्षीय रिसर्च एनालिस्ट के आरोप विस्तृत पूछताछ में सही पाए गए। जांच समिति ने अपने निष्कर्ष में पचौरी को गलत व्यवहार का दोषी ठहराते हुए शिकायतकर्ता को हर्जाना देने की बात कही है।

खबर ऐसी भी मिल रही है कि समिति ने पचौरी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की भी सिफारिश की है, इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पचौरी के खिलाफ 18 फरवरी को यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी और पीछा करने की धाराओं में FIR दर्ज की गई थी, खबरों के अनुसार जांच समिति ने इस बात का भी खुलासा किया है कि जांच के दौरान टेरी के ही लोगों द्वारा उन पर दबाव बनाया जा रहा था। जांच समिति ने कहा कि संस्थान का माहौल भी जांच में कोई खास मददगार नहीं था। पचौरी का पक्ष रखने के लिए 30 गवाह पेश हुए तो शिकायतकर्ता के लिए महज 19 गवाह सामने आए। पचौरी का कहना रहा है कि पीड़िता के साथ उनका रिश्ता कभी दोस्ती की हद से आगे नहीं गया था। उन्होंने यह जरूर माना कि वह अन्य सहकर्मियों के मुकाबले पीड़िता के ज्यादा करीब थे।

Related News