जानें कब है हरियाली तीज, क्या है महत्व

हिन्दू धर्म में तीज और त्यौहार का बहुत महत्व है. सावन के पवित्र माह से ये तीज त्यौहार शुरू होते हैं जो दिवाली तक चलते हैं. आज हरियाली अमावस्या है और उसी के 1 दिन बाद हरियाली तीज है जो महिलाओं के लिए बेहद ही खास होती है. इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करती हैं और सोलह श्रृंगार करती हैं. मान्यता है कि हरियाली तीज को शिव और पार्वती के मिलन की याद में मनाया जाता है. इस व्रत को विवाहित और अविवाहित लड़कियां भी करती हैं और अच्छे वर की कामना करती हैं.

आपको बता दें, साल में कुल चार तीज मनाई जाती हैं और 13 अगस्त को हरियाली तीज मनाई जाने वाली है. ये तीज सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है जो खास तौर पर त्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश में मनाई जाती है. शास्त्रों में माना जाता है माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाया था और ये समय करीब 108 साल की घोर तपस्या से आया था जो तीज का ही दिन था.

हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त

आरंभ: 13 अगस्‍त की सुबह 8 बजकर 38 मिनट.  समाप्‍त: 14 अगस्‍त की सुबह 5 बजकर 46 मिनट.

व्रत करने की पूजा विधि 

* सुबह उठकर स्नान कर घर स्वच्छ करें और भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें.

* घर में मंदिर में काली मिट्टी से भगवान शिव शंकर, माता पार्वती और गणेश की मूर्ति बनाएं. 

* इनकी पूजा के लिए उन्हें तिलक लगाएं और फल फूल-चढ़ाएं इसके बाद एक-एक करके सुहाग का सामान भी चढ़ाएं.

* भगवान शिव को बेल पत्र और पीला वस्‍त्र चढ़ाएं. 

* इसके बाद तीज की कथा पढ़ें या सुनें और आरती करें और अगली सुबह माता पार्वती को सिंदूर अर्पित कर भोग चढ़ाएं. 

हरियाली तीज पर इस विधि से करें पूजन

तीज के मौके पर महिलाएं जरूर करें यह श्रृंगार

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