हर उम्मीद दिल टूटने का फरमान है

हर ख़ुशी गम का एलान है

हर मुलाकात जुदाई का एलान है

न रख किसी से उम्मीद

हर उम्मीद दिल टूटने का फरमान है

 

कभी नजरे मिलाने में, ज़माने बीत जाते है

कभी नजरे बचाने मेँ ज़माने बीत जाते है

कोई आँख खोले तो सोने की नगरी में

किसी को घर बनाने में ज़माने बीत जाते है

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