हैप्पी रोज डे: जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तुम...

1- हैप्पी रोज डे

 

2- बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं,

मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं,

जरा तुम आकर तो देखो एक बार,

तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं!!

 

3- बड़े ही चुपके से भेजा था,

मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब,

कम्बख्त उसकी खुशबू ने,

सारे शहर में हंगामा कर दिया!!

 

4- जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तुम,

मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तुम,

लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन,

मेरी ज़िन्दगी का एक सुन्दर सा गुलाब हो तुम!!

 

5- हर रोज, रोज डे आये,

इस बहाने तू मेरे लिए गुलाब लाये!!

 

6- गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,

पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,

तू ऐसा खूबसूरत हीरा है,

कि कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए!!

 

7- प्यार की अनोखी सूरत हो तुम,

जिन्दगी की सबसे ज्यादा ज़रूरत हो तुम,

गुलाब तो खूबसूरत होती ही है,

गुलाब से भी ज्यादा खूबसूरत हो तुम!!

 

8- कैसे भेजू मैं तुझे गुलाब,

तुम तो हो ही बहुत लाजवाब,

गुलाब तो फिर भी मुरझा जाते है,

लेकिन तुम्हारी आखों में आँसू कभी ना आते है।

 

9- आज सोचा की आपको जवाब क्या दू,

आप जैसे लोगो को खिताब क्या दू,

कोई और फूल हो तो मुझको नहीं मालूम,

जो खुद गुलाब हो उसे गुलाब क्या दू।

 

10- पगली तू गुलाब के फूल जैसी है,

जिसे मैं तोड़ भी नहीं सकता,

छोड़ भी नहीं सकता!!

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