हनुमान जयंती का पर्व इस साल 27 अप्रैल को मनाया जा रहा है। ऐसे में इस दिन हनुमान जी को खुश करने के लिए उनकी पूजा-पाठ और आरती करना चाहिए। कहा जाता है यह लाभकारी और बाधाओं को नष्ट करने वाला होता है। अब आज हम लेकर आए हैं हनुमान जी की आरती जिसे करने से हनुमान जी जरूर खुश होते हैं। हनुमान जी की आरती - आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।। अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए। लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई। लंका जारी असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे। लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे। पैठी पताल तोरि जमकारे। अहिरावण की भुजा उखाड़े। बाएं भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे। सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे। जै जै जै हनुमान उचारे। कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई। लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई। तुलसीदास प्रभु कीरति गाई। जो हनुमानजी की आरती गावै। बसी बैकुंठ परमपद पावै। आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की। हरिद्वार कुम्भ: कोरोना काल के बीच अंतिम शाही स्नान कल, प्रशासन ने अखाड़ों से की यह अपील दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल सरकार से कहा - कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाए इंडियन आर्मी को सलाम, भोपाल में महज 48 घंटों में बना डाला 150 बेड का आइसोलेशन सेंटर