हवा में लटकता मंदिर

चीन के शहर ताथोंग से यह मंदिर 65 किलोमीटर दूर है. हवा में खड़ा मंदिर ऐतिहासिक स्थलों और मुख्य पर्यटक आकर्षणों में से एक हैं. यह चीन में अब तक सुरक्षित एकमात्र बौध, ताओ और कन्फ्युशियस धर्मों की मिश्रित. शैली से बना अदभुत मंदिर है.

यह मंदिर घनी पहाड़ियों की घाटी में फैले एक छोटे से बेसिन में स्थित है. घाटी के दोनों ओर 100 मीटर की ऊंची-ऊंची चट्टानें सीधी खड़ी हैं. यह मंदिर सीधी खड़ी चट्टान पर जमीन से 50 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ जो हवा में खड़ा हुआ नजर आता है. यह मंदिर शानसी प्रांत के हुनयान कस्बे में हंग पहाड़ी के एक ऐसे स्पॉट पर बनाया गया है जो बेहद ही संकरा है. एक बार ही इस देखने पर लगता है कि अब गिरा तब गिरा.  क्योंकि यह बिल्कुल हवा में लटका है.

इस मंदिर में छोटे-बड़े 40 से अधिक भवन व मंडप हैं, जिन्हें चट्टान पर गाड़कर लकड़ियों के बल पर टिकाया है. इस मंदिर पर जाने वाले और धड़कन तब बढ़ने लगती है जबकि वह बेहद ही संकरी और लकड़ी के बनी पगडंडी से होकर इस मंदिर में पहुंचता है. इस दौरान नीचे खाई को देखना मना है. जरा-सी लापरवाही होने  पर  खाई  में  गिर  सकते है i . आश्चर्य है कि चट्टान से सटा मंदिर जरा भी हिचकोले नहीं खाता हैं. ऐसे लगता है मानो किसी बने बनाये  मंदिर को इस सीधी खड़ी चट्टान पर लटका दिया हो. 

 

 

Related News