दादी ने दागा मासूम बच्ची को, एक को चुरा ले गई महिला

इंदौर: रतलाम के इमलीपाड़ा में रहने वाली एक वृद्ध महिला ने अपनी ही पोती के शरीर को दागकर गंभीर हालत में पहुंचा दिया है। दादी ने अपनी पोती को इसलिये गरम सुईयों से दागा, क्योंकि बच्ची का निमोनिया ठीक नहीं हो रहा थौ।

दादी को यह विश्वास था कि बच्ची का शरीर सुईयों से दागने के बाद निमोनिया जैसी बीमारी बिल्कुल ठीक हो जायेगी, परंतु अब बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया है।  इधर एक दूसरी घटना उज्जैन के पंद्रह दिन की बच्ची चुराने  का मामला सामने आया है। बच्ची को ओर कोई नहीं, परिचित महिला ही उठाकर अपने साथ ले गई।

रतलाम से करीब बीस किलोमीटर दूर गांव इमलीपाड़ा में रहने वाले प्रहलाद बंजारा की मासूम बच्ची को निमोनिया हो गया था। परंतु उसने बच्ची का इलाज न कराते हुये अंधविश्वास में विश्वास किया। बताया गया है कि प्रहलाद की माॅं बच्ची को जब तक गरम सुईयों से दागती रही, तब तक उसका शरीर शिथिल नहीं पड़ गया। करीब बीस से अधिक बार तक दादी अपनी पोती के शरीर पर गरम सुईयों से गहरा घाव देती रही।

इधर प्रहलाद का कहना है कि उसके समाज में यह परंपरा है कि किसी को भी निमोनिया होता है या कोई बीमारी होती है तो उसके शरीर को गरम सलाखों या सुई से दागा जाता है। फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है।

दूसरी घटना उज्जैन के माधव नगर अस्पताल में हुई है। पुलिस ने बताया कि संगीता नामक महिला अपनी 15 दिन की बच्ची को लेकर अस्पताल इलाज के लिये लाई थी। उसे टाॅयलेट जाना था, इसलिये पास के ही सुविधाघर पर जब उसने एक महिला को देखा तो संगीता ने अपनी बच्ची महिला को थमा दी।

जब संगीता टाॅयलेट से बाहर आई तो महिला बच्ची समेत गायब हो गई। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई है। अब पुलिस बच्ची को ले जाने वाली महिला को खोज रही है। इधर संगीता का कहना है कि वह महिला को पहचानती है।

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