नई दिल्ली - सरकार के द्वारा लिए गए फैसले से एक तरफ जहाँ लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं तो वही दूसरी तरफ इतना बड़ा फैसला लेने के बाद भी सरकार अब तक ये बता पाने में असमर्थ की देश-विदेश में कितना कालाधन जमा है. इस मामले में वित्त मंत्रालय ने बयान दिया हैं की देश-विदेश में कितना कालाधन जमा हैं इस बात का सटीक अनुमान नही हैं मगर मंत्रालय कालाधन का अनुमान लगाने के लिए आर्थिक मसलों पर अनुसंधान करने वाले तीन संस्थानों के रिपोर्ट का अध्ययन कर रहा है. वित्त मंत्रालय नें कालेधन का अनुमान लगाने के लिए नेशनल इन्स्टीच्यूट ऑफ पब्लिक फाइनांस एंड पॉलिसी, नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लायड इकनॉमिक रिसर्च और नेशनल इन्स्टीच्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट को जिम्मेदारी सौपी हैं. ये जानकारी शुक्रवार देर शाम पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) पर जारी विज्ञप्ति में वित्त मंत्रालय ने स्वयं दी हैं. गौरतलब हो की ऐसा पहली बार नही हुआ जब सरकार नें पहली बार देश-विदेश में जमा कालेधन की सटीक जानकारी के प्रति अनभिज्ञता व्यक्त की है किन्तु 500 और 1000 के नोटबंदी के बाद से सरकार ने पहली बार ये बयान जरूर दिया हैं की जिन संस्थाओ को कालेधन का अनुमान लगाने का काम दिया गया हैं मंत्रालय लगातार इनकी रिपोर्टो का अध्ययन कर रहा हैं. और बहुत ही जल्दी अपनी रिपोर्ट पेश करेगा. हजारीबाग से मिला 23 लाख का कालाधन