नई दिल्ली : सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना के शानदार प्रदर्शन से खुश होकर सरकार ने भारतीय सेना को अंतरिम भुगतान के रूप में शानदार दिवाली उपहार दिया है. उधर, सुरक्षा बलों के लिए नए वेतनमान पर चल रहे विवाद को निपटाने में रक्षा प्रमुख व सरकार प्रयत्नशील है. सूत्रों से मिली जानकारी ने अनुसार वेतन आयोग की अधिसूचना लंबित होने के कारण राष्ट्रपति ने उनके लिए अस्थायी तौर पर बकाया भुगतान को मंजूरी दे दी है. सभी जवानों को मिलने वाला बकाया उनके मौजूदा वेतन (डीए सहित) का 10 फीसद होगा जिसकी गणना जनवरी 2016 के बाद से होगी. इसका मतलब यह है कि सभी रैंक के फौजियों को बोनस के तौर पर एक माह का पूरा वेतन दिवाली से पूर्व मिले ऐसी कोशिश की जा रही है, जबकि उधर, वेतन आयोग की वजह से सशस्त्र बलों को अभी तक बकाया नहीं मिल पाया है. उनके लिए नया वेतनमान भी अभी तक लागू नहीं हुआ है. दरअसल बकाया भुगतान में हुई यह देरी तीनों सेनाओं के प्रमुखों के सुरक्षाबलों के लिए आयोग के क्षतिपूर्ति ढाँचे की विसंगतियां दूर करने में दखल की वजह से हुई है. तीनों सेना प्रमुखों ने कहा है कि जब तक विकलांगता क्षतिपूर्ति और पेंशन के मामले में विसंगतियों को ठीक नहीं किया जाता, तब तक वेतन आयोग की सिफारिशें उन्हें मंजूर नहीं हैं. मजदूरों ने सीसीएल से की बोनस देने की मांग