कन्नड़ के इस फेमस कवी को गूगल ने किया डूडल से सम्मानित

गूगल किसी खास मौके पर ही अपना डूडल बदलता है. वैसे ही आज गूगल ने कन्नड़ के एक प्रसिद्द लेखक और कवी कुप्पाली वेंकटप्पा पुट्टप्पा (Kuppali Venkatappa Puttappa) के जन्मदिन पर अपना डूडल बदलकर इन्हे सम्मानित किया है. दरअसल, ये इस लेखक का 113वां जन्मदिन है जिसके उपलक्ष में डूडल ये रखा गया है.

इनके बारे में बता दे, कि इनका जन्म 29 दिसंबर 1904 में कुप्पाली में हुआ था. इन्हे 20वीं शताब्दी के महान कन्नड़ कवि की उपाधि दी जाती है. ये कन्नड़ भाषा में ज्ञानपीठ सम्मान पाने वाले सात व्यक्तियों में से पहले व्यक्ति माने जाते थे. इन्होने अपने सारे साहित्यिक काम 'कुवेम्पु' से ही किये हैं और इसी नाम से इन्हे आज भी याद किया जाता है. इन्होने कई उपन्यास और कविताएं लिखी हैं जैसे- कानूरु सुब्बम्म हॆग्गडति (1936), मलॆगळल्लि मदुमगळु (1937).

वही कविता में उन्होंने कलासुंदरि (1934), नविलु (1934), चित्रांगदा (1936), अग्निहंस (1946) और मेघपुर (1947) में लिखी थी जो एक शिशुसाहित्य है. इनके द्वारा रचित एक महाकाव्य श्रीरामायण दर्शनम् के लिये उन्हें सन् 1955 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

आपको बता दे कि इनका निधन 11 नवंबर 1994 में हुआ था. अपने जीवन काल में ये काफी कवितायेँ, उपन्यास, नाटक, और भी कड़ियाँ लिखा चुके हैं जिनके लिए इन्हे आज भी याद किया जाता है.

 

शुरू हो गया दिसंबर ग्लोबल फेस्टिवल, गूगल ने बदला डूडल

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