1- ये रात चाँदनी बनकर आँगन में आये, ये तारे लोरी गा कर आपको सुनाएं, आयें आपको इतने प्यारे सपने यार... कि नींद में भी आप हलके से मुस्कुराएं। शुभ रात्रि 2- जब भी आपके बिना रात होती हैं, तब दीवारों से अक्सर बात होती हैं, सन्नाटा पूछता हैं हमारा हाल हमसे, तो आपके नाम से ही शुरुआत होती हैं। शुभ रात्रि 3- इस कदर हम उनकी मोहब्बत में खो गए, कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हो गए, आँख खुली तो अँधेरा था, देखा एक सपना था, आँख बंद की और उन्हीं सपनों में फिर खो गए। शुभ रात्रि 4- कितनी जल्दी ये शाम आ गई, गुड नाइट कहने की बात याद अा गई, हम तो बैठे थे सितारों की महफिल में, चांद को देखा तो आपकी याद आ गई। शुभ रात्रि 5- जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना, तारों का काम है सारी रात चमकते रहना, दिल का काम है अपनों की याद में धड़कते रहना, हमारा काम है आपकी सलामती की दुआ करते रहना। शुभ रात्रि 6- चाँद ने चाँदनी बिखेरी है, तारों ने आसमान को सजाया है, कहने को तुम्हें शुभ रात्रि, देखो स्वर्ग से कोई फरिश्ता आया है शुभ रात्रि 7- सितारों को आँखों में रख लो बड़ी दूर तक रात ही रात होगी अजनबी है हम भी अजनबी हो तुम भी ऐसे ही चलते रहो इन प्यार की रहो पे कभी तो मुलाकात होगी शुभ रात्रि 8- मिठी रातों में धीरे से आ जाती है एक परी, कुछ ख़ुशी के सपने लाती है एक परी, कहती है के सपनों के सागर में डुब जाओ, भूल के सारे दर्द जल्दी सो जाओ शुभ रात्रि 9- इस तरह से आप सताते हो हमें, भुलाने पर भी याद आ जाते हो हमें, रात के अंधेरे में खुदा से मांगा है कुछ, तब जाके मेरे दिल की दुआ बन जाते हो आप!! शुभ रात्रि 10- आसमां से ऊँचा कोई नहीं, सागर से गहरा कोई नहीं, वैसे तो मुझको सभी दोस्‍त प्‍यारे हैं, पर आपसे प्‍यारा कोई नहीं! शुभ रात्रि