घोटाला और आरक्षण व्यवस्था से हारकर युवती ने दी जान, मुख्यमंत्री को लिखा सुसाइड नोट

उत्तर प्रदेश / लखनऊ : लखनऊ की एक NCC कैडेट सरिता द्विवेदी ने प्रदेश पुलिस में जाने की पूरी तैयारी की थी। लेकिन पुलिस भर्ती में घोटाला तथा आरक्षण व्यवस्था के चलते उसके हाथो निराशा ही लगी और जीवन से दुखी होकर उसने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को संबोधित एक सुसाइड नोट लिखा और फिर अपनी जान दे दी। पुलिस भर्ती में शारीरिक दक्षता परीक्षा पास करने के बाद उसके चयन में आरक्षण व्यवस्था अड़े आई थी। देश की आजादी में अहम योगदान देने वाले क्षेत्र काकोरी में बेहद गरीब परिवार की सरिता द्विवेदी (22 वर्ष) पुत्री गिरीश द्विवेदी भी बहुत ही साहसी बालिका थी।

पुलिस में भर्ती होकर उसका सपना वर्दी पहनने के बाद इंसाफ की लड़ाई लड़ने का था, लेकिन सरकारी तंत्र के आगे उसको हमेशा से निराशा ही हाथ आई। आज उसने परेशान होकर एक खेत में पेड़ पर फंदा बनाकर फांसी लगा ली। पुलिस भर्ती में घोटाला तथा भर्ती में आरक्षण व्यवस्था से आहत सरिता ने करीब छह पन्ने के सुसाइड नोट में अपने सुसाइड का जिम्मेदार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव तथा अखिलेश यादव के सचिवों को बताया है।

उसने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हत्यारा तक लिखा है। सरिता ने लिखा है कि सामान्य वर्ग में जन्म लेने का यह अभिशाप है या सजा। उसने अपने भाई तथा बहन को सरकारी नौकरी जरूर हासिल करने की सलाह भी दी है। सरिता ने सुसाइड नोट में बेहद गरीब तथा मेहनती अपने माता-पिता से माफी मांगी है। काकोरी थाना क्षेत्र के मलाहा गांव की सरिता पुलिस भर्ती में आरक्षण व्यवस्था तथा घोटाले से बेहद खिन्न थी। इस भर्ती व्यवस्था पर उसने अपने सुसाइड नोट में सवाल उठाये हैं।

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