यहाँ जानिए कैसे और क्यों करते हैं गंगा दशहरा व्रत

हर साल मनाया जाने वाला गंगा दशहरा का पर्व इस साल 1 जून को मनाया जाने वाला है. ऐसे में पुराणों के अनुसार गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है. जी दरअसल इस दिन स्वर्ग से गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए यह महापुण्यकारी पर्व माना जाता है. आप सभी को बता दें कि गंगा दशहरा के दिन सभी गंगा मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक करते हैं और इसी के साथ इस दिन मोक्षदायिनी गंगा का पूजन-अर्चना भी किया जाता है. आइए हम आपको बताते हैं कैसे कर सकते हैं आप गंगा दशहरा व्रत, पूजन.

गंगा दशहरा व्रत : गंगा दशहरा का व्रत भगवान विष्णु को खुश करने के लिए करते हैं और इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है. कहा जाता है इस दिन लोग व्रत करके पानी भी (जल का त्याग करके) छोड़कर इस व्रत को करते हैं. इसी के साथ इस दिन ग्यारस (एकादशी) की कथा सुनी जाती हैं और अगले दिन लोग दान-पुण्य किया जाता है. गंगा दशहरा के दिन जल का घट दान करके फिर जल पीकर अपना व्रत पूर्ण करते हैं.

इसी के साथ इस दिन दान में केला, नारियल, अनार, सुपारी, खरबूजा, आम, जल भरी सुराई, हाथ का पंखा आदि चीजें दान करने से बड़ा लाभ होता है. इसी के साथ गंगा दशहरा के दिन किसी भी नदी में स्नान करके दान और तर्पण करने से मनुष्य जाने-अनजाने में किए गए कम से कम दस पापों से मुक्ति मिलती है. इस दिन व्रत रखने वालों को बड़ा लाभ होता है.

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