FTII विवाद : देर रात 5 छात्र गिरफ्तार, 40 के खिलाफ FIR दर्ज

पुणे : फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) इन दिनों विवादों को लेकर चर्चा में बना हुआ है. पुलिस ने मंगलवार को आधी रात को FTII के कैंपस में घुस कर 5 छात्रों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस द्वारा इन पाँचों छात्रों सहित 40 छात्रों के खिलाफ़ FIR दर्ज की गई है, लेकिन बाकि लोग उस समय कैंपस में नहीं थे. इस कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका. इनके खिलाफ इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने सोमवार रात उन्हें छात्रों द्वारा जबरदस्ती 6 घंटों तक घेर कर रखने की बाद कही थी. पुलिस द्वारा ये कार्रवाई रात करीब 1.15 बजे की गई.

इन छात्रों पर IPC के सेक्शन 147 (दंगा), 143, 149 (गैरकानूनी जुटान), 353 (सरकारी काम में बाधा), 341 (गलत हस्तक्षेप) और 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. गिरफ्तार छात्रों को डेक्कन जिमखाना पुलिस स्टेशन ले जाया गया था. जहाँ कुछ ही देर में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स व फैकल्टी मेंबर्स भी पहुंच गए थे.

क्या है मामला?

FTII में सोमवार रात परिसर में छात्रों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया गया, जिसे काबू में करने के लिए परिसर में पुलिस को बुलाना पड़ा था. विद्यार्थियों की भीड़ पर काबू पाने और उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. ये छात्र अधूरे डिप्लोमा परियोजना के आकलन को अनुचित ठहराते हुए निदेशक प्रशांत पाथराबे का घेराव कर रहे थे. हालांकि पाथराबे ने कहा कि छात्रों ने उनका घेराव किया लेकिन वह सुरक्षित हैं.

सोमवार शाम करीब 40 छात्रों ने FTII परिसर में ही पाथराबे का घेराव किया, जिससे वहां तनाव फैल गया और छात्र वहां से तब तक नहीं हटे जब तक कि उन्होंने 2008 बैच की अधूरी फिल्म परियोजना के जारी आकलन पर उचित जवाब नहीं दिया. छात्रों के प्रतिनिधि ने कहा कि उन्होंने निदेशक पाथराबे को उनके कार्यालय में रोक लिया था क्योंकि उन्होंने फिल्म परियोजनाओं के अनुचित आकलन को जारी रखने का निर्णय लिया था. FTII छात्र संगठन का आरोप है कि आकलन राजनीतिक रूप से प्रेरित है. वहीँ इस मामले में पाथराबे का कहना है कि आकलन को लेकर वह मंत्रालय के आदेशों का पालन कर रहे हैं.

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