UP में दबंगो का तांडव, बेटियो की आबरू की खातिर गांव छोड़ने को मजबूर परिवार

उत्तरप्रदेश : उत्तरप्रदेश पुलिस की उदासीनता का आलम कुछ इस तरह है कि अब एक पीड़ित परिवार दबंगो के भय से गांव छोड़ने को मजबूर है। लापरवाही की हद तो तब हो गई जब गांव के दबंगो द्वारा की गई मारपीट की शिकायत लेकर पीड़ित परिवार थाने पंहुचा तो पुलिस ने इंसाफ दिलाने की बजाय उन्हें दुत्कार के भगा दिया। कहने का तात्पर्य यह कि अगर आमजन की सुरक्षा का जिम्मा लिए पुलिस जब आमलोगों की सुरक्षा नही करेगी तो फिर लोग किसके पास जाए। राज्य में दबंगो के बुलंद हौंसले और पुलिस की लापरवाही की बानगी पेश करने वाला यह मामला सुलतानूर का है।

लम्भुआ कोतवाली के सूर्यभानपट्टी गांव में रहने वाला पीड़ित परिवार अब अपनी बेटियो की आबरू की खातिर गांव छोड़ने चला है। परिवार को भय है कि गांव के दबंग अनिल, पिन्टू , सूरज, प्रेमनाथ और ननकऊ उनकी बेटी की आबरू को तार तार न कर दे। बताया जा रहा है कि इन दबंगो ने पीड़ित परिवार की बेटियो को घर से उठाने का प्रयास किया। इस दौरान जब लड़की के चाचा ने बेटियो को बचाने का प्रयास किया तो सभी आरोपियों ने चाचा पर हमला कर दिया। मारपीट के लड़कियो के चाचा को बुरी तरह घायल कर दिया।

घटना की शिकायत लिखाने जब परिवार पुलिस के पास पहुचा तो कोई कार्यवाही नही की गई जससे अपराधियो के हौंसले और बढ़ गए और उन्होंने पीड़ित परिवार को गांव में रहने पर जान से ख़त्म करने की धमकी दे दी। अब यह परिवार अपने ओवर हुए जुल के लिए इंसाफ की गुहार लगा रहा है लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नही है। इस मामले में एक बात तो स्पष्ट हो गई कि प्रदेश की अखिलेश सरकार जिन सुरक्षा व्यवस्था की बात कहती है वही अब एक आम और गरीब परिवार इंसाफ के लिए दर दर भटकने को मजबूर हो गया है।

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