मछुआरे की पत्नी ने पति का शव स्वदेश लाने, सुषमा से मांगी सहायता

वडोदरा : गुजरात की एक महिला ने पाकिस्तान की जेल में अपने मछुआरे पति की मौत हो जाने पर उसका शव स्वदेश मंगाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से सहायता मांगी है. महिला के अनुसार पांच जुलाई को उसके पति की जेल मेंअचानक मौत हो गई.

मिली जानकारी के अनुसार गीर सोमनाथ जिले की ऊना तहसील के पालदी गांव निवासी जिवूबेन चौहान (30) ने सुषमा को मंगलवार को लिखे पत्र के अनुसार उसके पति काना लक्ष्मण चौहान (37) और उसके रिश्तेदार काना गोविंद दोनों मछुआरे थे. दोनों को पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने कुछ माह पहले अरब सागर में अपने जलक्षेत्र में घुस आने के आरोप में कच्छ जिले के जाखू बंदरगाह के पास गिरफ्तार किया था. इस महिला को हाल ही में गोविंद का एक पत्र मिला जिसमे उसके पति की पांच जुलाई को जेल में अचानक मौत होने की खबर थी. गोविंद और उसका पति दोनों एक ही जेल में बंद थे. गोविन्द ने यह पत्र गीर सोमनाथ जिले के ही एक अन्य मछुआरे के हाथों भिजवाया, जिसे पाकिस्तान ने 9 जुलाई को रिहा कर दिया था.

इस दुखी महिला ने मदद के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखा है, क्योंकि अभी तक उसे न तो मंत्रालय से और न ही इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से पति की मृत्यु के बारे में कोई जानकारी दी है. पत्र में उसने सुषमा से जेल में पति के अचानक मौत मामले की जांच कराने की भी मांग की है. गुजरात मछुआरा संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष वी मसानी ने भी सुषमा को पत्र लिखकर मछुआरे का शव स्वदेश मंगाने का अनुरोध किया है.

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