नदी ने समाया, मछुआरे से मिला सहारा

रायपुर : महानदी में समाने वाली एक अनाथ युवती को आखिरकार उस समय सहारा और नई जिंदगी मिल गई, जब उसे एक मछुआरे ने बचा लिया। मछुआरा न केवल उसे अपने परिवार के पास ले गया है वहीं उसने अपनी बेटी का भी दर्जा दे दिया है। जानकारी के अनुसार सारणगढ़ में रहने वाली युवती सोनी यादव का इस दुनिया में कोई नहीं है। वह अपना पेट पालने के लिये लोगों के घर नौकरानी का काम करती है।

बताया गया है कि सोनी हर दिन की तरह ही मंगलवार की शाम को अपनी कुछ सहेलियों के साथ महानदी के किनारे हाथ मुंह धोने के लिये नीचे उतरी थी। बताया गया है कि हाथ मुंह धोते वक्त ही सोनी का पैर फिसल गया और वह नदी की तेज धार में समा गई। घटना के बाद उसकी सहेलिया तो रोते हुये अपने घर लौट आई लेकिन सोनी बहते पानी में ओडिशा के झारसुगुड़ा तक पहुंच गई।

जिस स्थान से युवती ने महानदी ने बहाया था, वह ओडिशा से लगभग 70 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है। सोनी ने बताया कि वह 12 घंटों तक तेज धार में बहती रही। आखिरकार सोनी जैसे ही झारसुगुड़ा पहुंची, वहां मौजूद एक मछुआरे ने उसे बचा लिया। मछुआरे ने उसका इलाज कराया और फिर परिवार में ले गया।

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