यूपी में 'स्वाइन फ्लू' से पहली मौत, पूरे राज्य में दहशत.., CM योगी ने खुद संभाली कमान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना के बाद स्वाइन फ्लू की दस्तक से लोगों में दहशत का माहौल है l सोमवार को कानपुर में सर्राफा व्यापारी अजय गुप्ता की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है। इसे राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू से हुई पहली मौत माना है। इस पूरे मामले में एक बार फिर से चर्चित अस्पताल रीजेंसी विवादों में आ गया है। स्वाइन फ्लू से हुई मरीज की मौत के मामले को सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेते हुए जांच कर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। CMO ने कमेटी का गठन कर जांच की कार्यवाही शुरू भी कर दी है। 

इस पूरे मामले में एक राहत की खबर यह है कि जिस मृतक के परिजनों को विभाग ने आइसोलेशन में रखा था उन सब की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। CMO ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि राष्ट्रपति की विजिट के बाद रीजेंसी अस्पताल प्रशासन पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। CMO डॉ नेपाल सिंह से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पूरा परिवार सुरक्षित है। कोई भी H1N1 पॉजिटिव नहीं पाया गया है। उन्होंने आगे बताया हम लोगों ने अभी परिवार वालों को टेस्ट करने के लिए दिल्ली और लखनऊ भेजा था। साथ ही हम लोगों ने अस्पताल को मृत अजय गुप्ता के सैंपल लाने को कहा है। यदि वो लोग असमर्थ होते है यह सैंपल देने में, तो कार्यवाही की जाएगी। साथ ही जो वक़्त उन्हें दिया था वो तीन तारीख को रात 12 बजे पूरा हो जाएगा।

बता दें यह पूरे यूपी में स्वाइन फ्लू का पहला केस है। इसके पहले 2019 में स्वाइन फ्लू से एक व्यक्ति की जान गई थी। इसके साथ ही शासन और प्रशासन ने भी कोई सुध नहीं ली, क्योंकि सब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में व्यस्त है। CMO कार्यालय से प्राप्त जानकरी के मुताबिक, किसी ने सीएम योगी को इस मामले की जानकारी दी जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने तत्काल उस अस्पताल और अन्य अफसरों के बारे में जांच करने को कहा।

कैसे कर सकते हैं बचाव - 

* खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी दूर रहें। * आंख, नाक, मुंह को छूने के बाद किसी अन्य वस्तु को न छुएं व हाथों को साबुन/ एंटीसेप्टिक द्रव से धोकर साफ करें। * खांसते, छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखें। * सहज एवं तनावमुक्त रहिए। जी दरअसल तनाव से रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता कम हो जाती है जिससे संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।  * स्टार्च (आलू, चावल आदि) तथा शर्करायुक्त पदार्थों का सेवन कम करिए। इस प्रकार के पदार्थों का अधिक सेवन करने से शरीर में रोगों से लड़ने वाली विशिष्ट कोशिकाओं (न्यूट्रोफिल्स) की सक्रियता कम हो जाती है। * इसके अलावा दही का सेवन नहीं करें, छाछ ले सकते हैं। इसी के साथ खूब उबला हुआ पानी पीयें व पोषक भोजन व फलों का उपयोग करें।  * सर्दी-जुकाम, बुखार होने पर भीड़भाड़ से बचें एवं घर पर ही रहकर आराम करते हुए उचित (लगभग 7-9 घंटे) नींद लें।

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