जब नहीं हम मोहब्बत करेंगे..! क्यों फरिश्ते शिकायत करेंगे..!! हमसे कहते उसे तुम न चाहो, वरना तेरी हम हजामत करेंगे..!! इश्क़ करना जरूरी है लेकिन, तौबा हम ऐसी न चाहत करेंगे..!! नाम तेरा कभी अब क्या लेंगे, अपने को बस सलामत करेंगे..!! दुनियाँ में तो हसींन और होंगें, उनकी ही अब खुशामद करेंगे..!! ढूंढ़ करके नया एक खुदा हम, अब उसकी हम इबादत करेंगे..!! अब तो "वीरान" हम खूबसूरत, हुस्न की फिर न सोहबत करेंगे..!!