दक्षिण कालीपीठ पर पशुबलि की प्रथा समाप्त

हरिद्वार: खबर है की दक्षिण कालीपीठाधीश्वर महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने घोषणा की है की दक्षिण कालीपीठ पर पशुबलि की प्रथा को जो की तकरीबन 800 वर्षो से चली आ रही थी. उसे समाप्त कर दिया गया है. हरिद्वार के प्रसिद्ध दक्षिण कालीपीठ का इतिहास रहा है की यह तांत्रिक क्रियाओ के लिए मशहूर तंत्र सम्राट बाबा कामराज की कर्मभूमि रही है. इस पीठ पर नवरात्रों में विशेष तंत्र साधना होती आई है.

तथा यह हरिद्वार का एकमात्र ऐसा सिद्धपीठ है जहां पर पशुबलि की परंपरा वर्षो से चली आ रही है. विभिन्न संगठनो ने दक्षिण कालीपीठ पर पशुबलि समाप्त करने का अनुरोध किया था तथा उन्होंने इस फैसले का स्वागत किया है.

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