नई दिल्ली : सोमवार को बिहार ने भी केंद्र सरकार की उज्‍जवल डिस्‍कॉम्‍स एश्‍योरेंस योजना ( उदय) से जुड़ने की घोषणा कर दी.बिहार इस योजना से जुड़ने वाला छठा राज्य है. 'उदय' योजना से जुड़ने के बाद जहां इन राज्‍यों की डिस्‍कॉम के कर्ज कम हो जाएंगे, लेकिन इसके लिए डिस्‍कॉम को जो कदम उठाने होंगे, उससे इन राज्‍यों में बिजली महंगी हो जाएगी. अब तक 'उदय' से उत्‍तर प्रदेश, झारखंड, राजस्‍थान, छतीसगढ़, गुजरात और बिहार जुड़ चुके हैं. सोमवार को हुए समझौते के मुताबिक बिहार सरकार ने डिस्कॉम्स के कर्ज को अपने ऊपर लेने पर राजी हुआ. बिहार सरकार डिस्कॉम के 2,332 करोड़ रुपए के कर्ज को अपने ऊपर लेगी, जो डिस्कॉम के 30 मार्च 2015 तक के कुल 3,110 करोड़ रुपये के बकाया कर्ज का 75 प्रतिशत है. बाकी 778 करोड़ रुपए के कर्ज का पुनर्मूल्यांकन (री-प्राइस) या राज्य गारंटेड डिस्कॉम बॉन्ड के रूप में जारी किया जाएगा. जो मौजूदा औसत ब्याज दर की तुलना में 3 प्रतिशत कम कूपन दर पर होगा. इस वजह से बढ़ेंगी कीमत- नई टैरिफ पॉलिसी में साफ तौर पर कहा गया है कि कंपीटिटिव बिडिंग के आधार पर लगने वाले पावर प्रोजेक्‍ट को डोमेस्टिक ड्यूटी, लेवी, टैक्स आदि में बढ़ोत्तरी होने की स्थिति में बिजली की दरें बढ़ाने का अधिकार होगा. इसका सीधा सा मतलब यह है कि कोयले के दाम में होने वाली वृद्धि का बोझ भी उपभोक्ता पर पडेगा. अब जनता की राय लिए बिना कभी भी बिजली के दाम बढ़ जाएंगे.