9000 का बिजली बिल देख मजदुर को आया हार्ट अटैक, मौके पर ही दम तोडा

छत्तीसगढ़ : गरीबी की हालत में वह व्यक्ति मुश्किल से अपना और अपने परिवार का गुजर गुजरा कर रहा था. हालात इस हद तक बिगड़ गए थे की घर में दो वक़्त के खाने का इन्तेजाम भी मुश्किल हो रहा था. ऐसे में बिजली विभाग द्वारा उस व्यक्ति के घर 9000 रुपए का भारी भरकम बिजली बिल भेज दिया गया. जिस घर में खाने के लिए दो वक़्त की रोटी नहीं है. वह परिवार आखिर कहा से बिजली विभाग के इस भारी भरकम बिल का भुगतान करता. इसी परेशानी के चलते परिवार के मुखिया की हार्ट अटैक से मौत हो गयी|

दरअसल छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ इलाके से पच्चीस किलोमीटर दूर ग्राम छिपछिपी में रहने वाले शंभू पनिका के घर अचानक 9000 रुपए का बिजली बिल आ गया. परिवार में शंभू ही इक-लोता कमाने वाला सदस्य था. पूरा परिवार उस पर ही निर्भर था| ऐसे में अब उसकी मौत के बाद इस परिवार का क्या होगा. कैसे यह परिवार अपना जीवन यापन करेगा? परिवार का छः माह पूर्व राशन कार्ड भी निरस्त कर दिया गया था. और फिर बिजली विभाग का यह भारी भरकम बिल. शायद इन परेशानियों का भार शंभु सेहन करने में असमर्थ रहा और अंतत उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गयी. 

इससे पहले पीड़ित ने कलेक्टर, विधायक से लेकर बिजली विभाग के आला अधिकारियो से भी गुहार लगायी. लेकिन किसी ने उसकी एक ना सुनी. बिजली विभाग के अधिकारियो ने तो यह तक कह दिया की पहले अपने घर जाकर रीडिंग चेक करो. साथ ही बिजली विभाग के अधिकारी ने शंभू की मौत पर कहा है की केवल बिजली के बिल से किसी व्यक्ति की मौत नहीं होती. अगर बिल में गड़बड़ी हुई है तो हम इसकी उच्च स्तरीय जाँच करवाएंगे|

शंभू के परिवार का कहना है की शंभू किसी भी तरह की बीमारी से ग्रस्त नहीं था. वह बिलकुल स्वस्थ था. बिजली विभाग के अधिकारियो द्वारा बार-बार बिजली बिल भरने पर जोर देने से शंभू पर मानसिक दवाब बड गया था. जिससे उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गयी|

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