एक किसान की शादी हुई। सुहागरात के दिन। उसने अपनी पत्नी के पेट पर प्यार से हाथ फेरता हुआ बोला- ये मेरी जमीन है इसमें मैं आलू बोऊंगा। और सो गया। अगली रात फिर पीठ पर प्यार से हाथ फेरता रहा और बोला - ये भी मेरी जमीन है इसमें मैं प्याज बोऊंगा। और सो गया। तीसरी रात वो बीवी पर हाथ रखा ही था कि....... पत्नी बोली- सुन चूतिये। अगर आज तूने मेरे अंदर बैंगन नहीं बोये तो मैं कल ये तेरी सारी जमीन किसी और को ठेके पर दे दूँगी ।