जि़न्दगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी,,, मौत महबूबा है अपनी साथ लेकर जाएगी,,,, मरके जीने की अदा जो दुनिया को सिखलाएगा,,, वो मुकद्दर का सिंकदर जानेमन कहलाएगा ,,,,