कैंसर की मार भी नहीं कर पा रही जुदा, ऐसा है यह अटूट प्यार

न्यूयाॅर्क: एक गीत में कहा गया है ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का बंधन। जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन। जी हां, यह बात सही साबित होती हुई नज़र आ रही है। दरअसल प्रेम ऐसा ही होता है। पानी के बुलबुलों की तरह उठने वाले आज की लव थीम से अलग प्यार का ऐसा ही रंग देखने को मिला है दो नन्हे बच्चों में। जी हां, जिसमें से एक बच्चा तो जीवन और मौत से हर रोज़ संघर्ष कर रहा है। दरअसल वर्जीनिया के एक कपल को अपना प्यार बचपन में ही मिल गया।

इन दोनों कपल्स के रिश्तेदार और दोस्त सभी इनके रिश्ते की दुआ कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि इस रिश्ते की उम्र अधिक नहीं है। 8 वर्ष का डेविड कैंसर की लास्ट स्टेज पर पहुंच चुका है। डेविड जब 2 वर्ष का था तब उसे कैंसर के कारणों की जानकारी मिली। ऐसे में उसका उपचार किया गया। मगर उसकी बोन मैरो ही दो बार परिवर्तित कर दी गई ऐसे में हालत जैसे के तैसे ही रहे। डेविड का काफी इलाज करवाया।

 डेविड एक लड़की को मन ही मन चाहता है, और प्यार करता है जिसका नाम आयलाहै।  आयला और डेविड साथ ही पढ़ते हैं। यहबच्ची सभी की दुलारी कही जाती है। इसे डेविड के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।  डेविड का कहना था कि उसकी दोस्त आयला सफेद बर्फ की ही तरह है। उसके मन में सभी के लिए दया है। वह उसका ध्यान ज़्यादा रखती है। दरअसल वह बहुत चाहती है। दोनों का प्यार देखकर सभी हैरान हैं। डेविड की मां एंबर ने भी दोनों के रिश्ते को महसूस किया। आयला की मां को जब बताया गया तो उनकी आंखें नम हो गईं।

डेविड के मन पर आयला की उपस्थिति एक गहरा असर डाल रही है।दोनों को डेट सेलिब्रेट करने का मोका दिया गया।  दोनों की ही फस्र्ट डेट थी। दरअसल डेविड व्हीलचेयर से ही उठा था। दोनों ने पिज्जा खाया। डेविड से सवाल किए गए कि आखिर आयला के लिए तुम्हारा प्यार है। डेविड ने स्वाभाविकता से कहा कि हां मेरे दिल ने भी यही कहा। डेविड को जब चौथी बार ल्यूकेमिया हो गया तो  उसका स्कूल छूट गया। अभिभावकों ने उपचार भी बंद कर दिया लेकिन दोनों का ही प्यार आज भी जारी है और जीवन के अंतिम सफर पर भी यह जारी रहेगा।

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