दशहरे पर दिख जाए ये पक्षी तो तुरंत पढ़े यह मंत्र, हर मनोकामना होगी पूरी

हर साल मनाया जाने वाला दशहरा का पर्व इस साल 5 अक्टूबर को मनाया जाने वाला है। जी दरअसल इस दिन प्रभु श्रीराम ने रावण का वध किया था। उसी के बाद से ये पर्व मनाने की परंपरा है। यह त्योहार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। जी हां और इस पर्व को विजयदशमी भी कहा जाता है। जी दरअसल दशहरा के दिन रावण दहन की परंपरा है। वहीं ज्योतिष शास्त्र में इस दिन उपायों का काफी महत्व है। कहा जाता है इस दिन जातक कुछ उपायों को करें तो आर्थिक संकट, कर्ज, स्वास्थ्य और वैवाहिक परेशानी से छुटकारा पा सकता है। केवल यही नहीं बल्कि इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने से व्यक्ति की सभी इच्छा पूरी हो जाती है। आइए बताते हैं इसके बारे में। 

4 या 5 अक्टूबर, जानिए कब मनाया जाएगा दशहरा और क्या है शुभ मुहूर्त?

जी दरअसल ऐसी मान्यता है कि नीलकंड पक्षी महादेव का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं पौराणिक कथा के अनुसार जिस समय भगवान राम दशानन का वध करने जा रहे थे। तब उन्हें नीलकंठ पक्षी के दर्शन हुए थे। उसी के बाद उन्हें लंकेश का वध करने में सफलता प्राप्त हुई। ऐसा कहा जाता है कि नीलकंठ पक्षी के दर्शन ने व्यक्ति का भाग्य चमक उठता है। उसे हर कार्य में सफलता मिलने लगती है। केवल यही नहीं बल्कि ऐसा कहा जाता है कि रावण के वध के बाद श्रीराम पर ब्राह्मण हत्या का पाप लगा था। तब भगवान राम और लक्ष्मण ने भोलेनाथ की आराधना की और पाप से मुक्ति के लिए आह्वान किया। जी हाँ और उस समय शिवजी नीलकंठ के रूप में धरती पर थे और इस कारण से नीलकंठ पक्षी के दर्शन को शुभ माना गया है।

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नीलकंठ पक्षी दिखने पर करें ये काम- अगर दशहरा के दिन आपको नीलकंठ पक्षी दिख जाएं तो मंत्र (कृत्वा नीराजनं राजा बालवृद्धयं यता बलम्। शोभनम खंजनं पश्येज्जलगोगोष्ठसंनिघौ।। नीलग्रीव शुभग्रीव सर्वकामफलप्रद। पृथ्वियामवतीर्णोसि खच्चरीट नमोस्तुते।।) का जाप करें।

दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं

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