दुनियां‬ बसाते रहे

हम ‪उम्मीदों‬ की ‎दुनियां‬ बसाते रहे; वो भी पल पल हमें ‪आजमाते‬ रहे; जब ‎मोहब्बत‬ में मरने का ‎वक्त‬ आया; हम ‪मर‬ गए और वो ‪मुस्कुराते‬ रहे।

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