नई दिल्ली: शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जनता के दबाव' के तहत विपक्षी दल के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया गया है, यह उनके कामकाज की नियमित शैली से काफी विपरीत है. गांधी ने मीडिया को बताया, "यहाँ काफी स्वाभाविक है की उनको विपक्ष से बात करनी है लेकिन प्रधानमंत्री ने केवल जनता के दबाव के बाद सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह को आमंत्रित किया है. यह उसकी मंशा नहीं थी और इस तरह से वह काम नहीं करते है." वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पर गतिरोध के बारे में बात करते हुए गांधी ने कहा की कांग्रेस अपनी स्थिति पर स्पष्ट है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ उनके तीन मतभेद है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा रखी मांगों को पूरा करने के बाद ही कुछ बात बन पाएगी.