सहजन से संभव है साइटिका का इलाज

उठने-बैठने के गलत तरीकों के कारण नसों में होने वाला तेज दर्द, खासकर कमर से लेकर पैर की नसों तक को साइटिका का दर्द कहते है. इसका इलाज बेड रेस्ट, व्यायाम और दवाइयां है, लेकिन आप घरेलू उपायों और जड़ी बूटियों को अपनाकर भी इस दर्द से बच सकते हैं.

आइए ऐसे की कुछ घरेलू उपायों की जानकारी लेते हैं. 

1-गर्म और ठंडी सिंकाई के उपयोग से साइटिका के दर्द से अस्थायी रूप से राहत पाई जा सकती है. ठंडा पैक सूजन को कम करने और परेशनियों को दूर करने के लिए शुरू में इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इसके लिए जमे हुए मटर के बैग को एक साफ तौलिये में लपेटकर इसे 20 मिनट के लिए कई बार इस्तेमाल करें फिर उसे पुन: जमने के लिए रख दें.

दो और तीन दिनों के बाद, परिसंचरण को बढ़ाने के लिए और सूजन को कम करने के लिए गर्म सिंकाई करें. इसके लिए आप गर्म पैच, हीटिंग पैड या हीटिंग लैम्प का उपयोग कर सकते हैं. 

2-सहजन के अत्यंत सुंदर वृक्ष तो होते ही है साथ ही अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह बहुत ही उपयोगी और स्वास्थ्यवर्धक भी है. इसके फल, हरी पत्तियों व सूखी पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्पलैक्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.

औषधि बनाने के लिए सहजन (मुनगा) की पत्तियां 100 ग्राम, अशोक की छाल 100 ग्राम और अजवाइन 25 ग्राम इन सब सामग्रियों को 2 लीटर पानी में उबा लें और जब यह पानी 1 लीटर बच जाये तो उसे छान कर रख लें. इस काढ़े को 50-50 ग्राम सुबह-शाम लें. इस प्रकार इसे 90 दिनों तक लेने से साइटिका का दर्द दूर हो जाता है.

सुबह करे हेल्थी नाश्ता

 

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