बिहार में लोग क्यों पी रहे सांप का जहर

पटना: बिहार सरकार राज्य में पूर्ण रूप से शराबंदी कर चूंकि है, मगर बावजूद इसके नशे की लत से वहां के युवाओ को छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा. शराबबंदी के बाद बिहार अब ड्रग माफियाओं के लिए बडा मार्केट बन गया है और लोग नशे की तलाश में नए-नए मादक पदार्थ तलाश रहे हैं, जिसमें चरस, गांजे, अफीम, हेरोइन के बाद अब सांप के जहर का भी खूब इस्तेमाल हो रहा है. इस तरह के नशे के सामान को जब्त करने के बाद प्रशासन और नॉरकोटिक्स विभाग भी सकते में हैं.

बीएसएफ के सहायक कमांडेंट नरेंद्र कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सांप के जहर के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी कीमत 14 करोड़ रुपए तक बताई गई है. किशनगंज जिले में बीएसएफ की टीम ने 1.87 किलोग्राम जहर से बना पाउडर बरामद किया.

इसके आलावा बड़ी मात्रा में मादक पदार्थो के मिलने की खबर है. शराबबंदी के बाद बिहार के विभिन्न हिस्सों से जब्त नशे की चीजें 2015-16 में 2492 किलो गांजा, 17 किलो चरस, 19 किलो अफीम, 205 ग्राम हेरोइन, नशीली दवाइयों के 462 टैबलेट बरामद 2016-17 में 13884 किलो गांजा, 63 किलो चरस, 95 किलो अफीम, 71 किलो हेरोइन, नशीली दवाओं के 20308 टैबलेट जब्त.

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