यूनिवर्सिटी ऑफ कैर्लिफोनिया में हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार मीट खाने वाले लोगों के मुकाबले शाकाहारी लोगों में कैंसर का खतरा 50 प्रतिशत कम होता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि रेड मीट कैंसर रोग की संभावना को कई गुना बढ़ा देता है, इसलिए कम से कम मीट खाना चाहिए. शोधकर्ता डा. अजित वर्की का कहना है ज्यादा मात्रा में रेड मीट लेना, आंत और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाता है. इसके अतिरिक्त ज्यादा पानी पीने की सलाह भी दी जाती है. अक्सर हम पानी पीने से परहेज करते हैं, लेकिन यह हमारे लिए कई तरह से मददगार होता है. पानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ शरीर से विषैले पदार्थ को बाहर निकालता है और शरीर के हर हिस्से में पोषक तत्व पहुचाने में भी मदद करता है. इसलिए याद रहे आपको कैंसर हो या नहीं भी हो लेकिन आज से ही पानी का सेवन अधिक कीजिए और मीट खाना काम कर शाकाहार अपनाइए.