छात्रों के बीच ली मिसाइल मैन ने अंतिम साँसे

शिलांग : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को कल शाम जब दिल का दौरा आने के बाद बेथानी अस्पताल लाया गया तो उनका शरीर शांत था. कलाम का उपचार करने वाले डॉक्टर ने जानकारी दी कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया उनके शरीर में कोई हलचल नहीं थी. राष्ट्रपति कलाम को शाम को लगभग सात बजे मेघालय की राजधानी में नानग्रिम हिल्स में स्थित अस्पताल में ले जाया गया. डा.खरबामोन सहित पांच डाक्टरों की टीम ने पूर्व राष्ट्रपति की चिकित्सा जांच की. वहां गहन चिकित्सा जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. कलाम को 45 मिनट तक ICU में रखा गया था.  

पूर्व राष्ट्रपति कलाम का उपचार कर रहे चिकित्सक ए एम खरबामोन ने संवाददाताओं को जानकारी दी कि उन्हें 7 बजकर 45 मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया था. इस सवाल पर कि क्या अस्पताल लाए जाने से पूर्व उनका निधन हो चुका था , खरबामोन ने कहा, ‘ कलाम में प्राण होने के कोई लक्षण नहीं थे लेकिन उनकी मृत्यु की घोषणा नहीं की गयी थी. अस्पताल लाये जाने के समय उनकी धड़कन नहीं चल रही थी , नाड़ी भी नहीं चल रही थी, कोई रक्तचाप नहीं था और उनकी आँख की पुतलियां फैल चुकी थीं. उस समय उनका शरीर शांत था. शरीर में किसी प्रकार की कोई हलचल नहीं थी.     डॉक्टर ने जानकारी दी कि ‘ उन्हें होश में लाने के सभी प्रयास नाकामयाब रहे. उन्हें 7 बजकर 45 मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया. कलाम की मृत्यु दिल का दौरा अाने से हुई. कलाम IIM में व्याख्यान देने के लिए शाम लगभग पांच बजकर 40 मिनट पर वहां पहुंचे थे.   IIM के निदेशक प्रोफेसर अमिताभ डे ने जानकारी दी कि कलाम ने करीब छह बजकर 35 मिनट पर छात्रों को सम्बोधित करना प्रारम्भ किया था. उन्होंने ‘जीवन जीने योग्य ग्रह’’ विषय पर भाषण देना प्रारम्भ किया. करीब पांच मिनट भाषण देने के बाद वह जमीन पर गिर गए. उन्हें तुरंत उपचार के लिए बेथानी अस्पताल ले जाया गया. जहां जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

Related News