मुश्किलो में क्यों साथ देते है दोस्त गमो को क्यों बाट लेते है दोस्त दोस्ती का रिश्ता न ही खून का नहीं रिवाज का फिर क्यों जिंदगी भर साथ देते है दोस्त जुदा हो के जिंदगी सजा सी लगती है मेरी सास भी अब पराई सी लगती है अब भरोसा करू तो किस पर करू यहाँ तो अपनी जिंदगी भी पराई की लगती है