मुस्लिमों के खिलाफ दिए बयान पर अब भी कायम है ट्रंप

वॉशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का पहले ही अपने मुस्लिम विरोधी बयानों से चर्चा में चल रहे है। इससे उनकी लोकप्रियता में भी कमी आई है, इसके बावजूद वो अपने बयान पर कायम है। एक बार फिर से बहस के दौरान उन्होने इस बात को स्पष्ट किया।

इसके जवाब में उनके प्रतिद्धंद्धी जेब बुश ने आश्चर्यचकित होकर कहा कि भारत और इंडोनेशिया अमेरिका के मजबूत सहयोगी है, वहां के मुसलमानों को आने से कैसे रोका जा सकता है। फेसबुक पर इस प्रस्ताव से आग सी लग गई है। अब तक करोड़ो लोगों ने इस संबंध में अपनी राय दी है। गुरुवार को उम्मीदवारों के बीच छठी बहस थी,जिसमें ट्रंप से पूछा गया कि क्या उन्हें ऐसी कोई बात सुनने को मिली है, जिससे उन्हें लगा हो कि उन्हें अपने बयान को वापस ले लेना चाहिए। इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि नहीं।

उन्होने कहा कि इस मामले में मैं अपना रुख नहीं बदल सकता हूँ। उन्होने कहा हमें अपने राजनैतिक यथार्थ के साथ रुक जाना चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के भाई जेब बुश ने बार-बार ट्रंप का विरोध किया और कहा कि उन्हें अपने बयान पर एक बार और सोचना चाहिए। उन्होने कहा कि इस सोच के साथ अरब देशों के साथ गठबंधन असंभव हो जाएगा, जो कि इस्लामिक स्टेट के खात्मे के लिए जरुरी है। उन्होने बहस के दौरान कहा कि सभी मुलमान, सच में, इससे पूरी दुनिया में कैसा संदेश जाएगा।

फॉक्स बिजनेस नेटवर्क के प्रस्तोता ने जेब बुश को याद दिलाया कि ट्रंप के मुसलमानों पर बयान के बाद उनकी रेटिंग 11 फीसदी बढ़ी है। क्या वह ट्रंप के समर्थकों को भी पागल समझते हैं? इस पर बुश ने कहा नहीं। ट्रंप से पूछा गया कि राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन के जवाब में दक्षिण कैरोलिना की भारतीय मूल की अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली ने भी उनकी बात से यह कहते हुए असहमति जताई है कि रिपब्लिकन को सर्वाधिक गुस्से से भरी आवाजों से पैदा होने वाली चेतावनियों से दूर रहना चाहिए।

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