H-1 B वीज़ा को होना चाहिए समाप्त

वाॅशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव हेतु अपनी दावेदारी जता रहे और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप यदि अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो भारत के लिए कुछ मुश्किल हो सकती है। दरअसल ऐसे भारतीय जो अमेरिका में जाकर विभिन्न कंपनियों में कार्य करते हैं उनके लिए अवसर कम हो जाते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि वे एच - 1 बी वीज़ा के पक्ष में नहीं हैं हालांकि वे स्वयं भी अपनी कंपनियों में उच्च कौशल के लिए विदेशी कर्मचारियों को इस वीज़ा के तहत नियुक्त करते हैं मगर इसे समाप्त किया जाना चाहिए क्योंकि इससे अमेरिका के कर्मचारियों के हित भी मारे जाते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार एच - 1 बी वीजा प्रणाली की आलोचना भी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों ने की। अमेरिकी कंपनियां विदेशों से उच्च कौशल वाले कर्मचारियों को नियुक्ति हेतु इस वीज़ा का उपयोग करती हैं। फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रबियो ने भी एच - 1 बी की आलोचना की।

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे एच - 1 बी से बड़ी अच्छी तरह से परिचित हैं मगर उनका कहना है कि यह वीज़ा कर्मचारियों के लिए भी हितकर नहीं है। इसे समाप्त किया जाना चाहिए। हालांकि यदि ऐसा होता है तो इससे भारतीयों के हितों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। 

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