ट्रंप का मुस्लिम विरोधी बयान अमेरिकी संविधान के मूल्यों के खिलाफ

वॉशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति पद के प्रमुख दावेदार माने जाने वाले डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मुसलमानों के खिलाफ दिए गए बयान के बारे में व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह बयान अमेरिकी संविधान के मूल्यों के खिलाफ है। यह बात व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा। अर्नेस्ट ने कहा कि ये बयान सिर्फ राष्ट्रपति की प्राथमिकताओं के ही नहीं बल्कि इस देश की स्थापना के लिए जरूरी मूल्यों के भी खिलाफ हैं।

ट्रंप ने कुछ दिनों पहले अपने बयान में कहा था कि मसलमानों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगा दी जानी चाहिए। ये बात ट्रंप ने कैलिफोर्निया में हुई घटना के संदर्भ में कही थी, जिसमें 14 लोगो की जान चली गई थी। इस बयान के बाद से उनकी लोकप्रियता में भी गिरावट आई थी। ट्रंप हमेशा विवादित बयान देते रहते है।

इससे पहले उन्होने कहा था कि मस्जिदों पर निगाह रखी जानी चाहिए। ट्रंप के दोनो ही बयान की चौतरफा आलोचना हुई थी। फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग व गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने भी इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि किसी एक की वजह से पूरे कौम को सजा क्यों दी जाए, यह गलत है।

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