मेरे पांव अब भी जमीन पर ही हैं: दीपा करमाकर

कोलकाता : ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बनने के बाद चर्चा का केंद्र बनी दीपा करमाकर ने कहा कि चरों तरफ हो रही तारीफों के बाद भी वो जरा भी नहीं बदली हैं. लेकिन उन्हें खुशी है कि लोगों ने उन्हें पहचानना शुरू कर दिया है. 

दीपा ने कलकत्ता स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट्स क्लब के वार्षिक पुरस्कार समारोह में कहा, ‘ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने के बाद मैं जरा भी नहीं बदली हूं लेकिन मुझे खुशी है कि लोगों ने आखिरकार जिम्नास्टिकों को पहचानना शुरू कर दिया है.

आप को बता दें कि उनकी इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर सहित कई लोगों ने उनकी तारीफ करते हुए उन्हें बधाई दे थी.

दीपा ने आगे कहा कि उनके पांव अब भी जमीन पर हैं और अब जबकि रियो खेलों क लिये 100 से भी कम दिन रह गए हैं. ऐसे में उनका पूरा ध्यान अपने स्कोर में सुधार करने पर है.

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