कितना दर्द है इस दिल में दिखाया नहीं जाता. गंभीर है किस्सा सुनाया नहीं जाता . एक बार जी भर के देख लो इस चेहरे को . क्यों की बार बार चेहरे से कफ़न उठाया नहीं जाता. फिर वही दिल की गुजारिश फिर वही उनका गुरुर फिर वही उनकी शरारत फिर वही मेरा कुसूर